Utttarakhanad:-कैंची धाम में बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या को लेकर अलर्ट,सीएम धामी ने दिए व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश


देहरादून – विश्व विख्यात कैंची धाम में बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को समुचित और स्थायी प्रबंधन व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री आवास में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में उन्होंने तात्कालिक, मध्यकालिक और दीर्घकालिक तीनों स्तरों पर व्यापक योजना बनाकर कार्य शुरू करने को कहा।
कहा कि फिलहाल तात्कालिक उपायों के माध्यम से इस वर्ष के मेले का संचालन प्रभावी रूप से किया जाए, जबकि मध्य और दीर्घकालिक योजना के जरिए कैंची धाम में श्रद्धालुओं की सुविधा, ट्रैफिक प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्थायी और सुदृढ़ ढांचा तैयार किया जाए। मुख्यमंत्री ने सेनेटोरियम से भवाली पेट्रोल पंप से आगे तक करीब तीन किलोमीटर सड़क कटिंग कार्य को युद्धस्तर पर पूर्ण करने के भी निर्देश दिए, ताकि यातायात व्यवस्था बाधित न हो और श्रद्धालुओं की आवाजाही सुगम बनी रहे।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी नैनीताल वंदना सिंह ने बताया कि बीते वर्ष कैंची धाम में करीब 24 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए, जबकि इससे पहले के वर्षों में यह आंकड़ा महज 8 लाख के आसपास रहता था। इस वर्ष 15 जून को मनाए जाने वाले कैंची धाम स्थापना दिवस के मौके पर श्रद्धालुओं की संख्या 2.5 से 3 लाख तक पहुंचने की संभावना है। उन्होंने कहा कि धाम की धारण क्षमता सीमित है, जबकि भीड़ उससे कई गुना अधिक होती है, जिससे यातायात व्यवस्था और सुरक्षा के समक्ष बड़ी चुनौती खड़ी हो जाती है।
जिलाधिकारी ने सुझाव दिया कि भविष्य में कैंची धाम यात्रा के लिए पंजीकरण प्रणाली लागू की जाए और श्रद्धालुओं की अधिकतम सीमा निर्धारित की जाए, जिससे भीड़ नियंत्रण के साथ-साथ श्रद्धालुओं की यात्रा भी व्यवस्थित, सुरक्षित और सरल बनी रहे। बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शैलेश बगौली, विनय शंकर पांडेय, अपर पुलिस महानिदेशक ए.पी. अंशुमान, वर्चुअल माध्यम से आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल और एसएसपी नैनीताल पी.एन. मीणा भी मौजूद रहे।