Uttarakhand:-इंटरनेशनल ड्रग माफिया के भाई को ED ने किया गिरफ्तार,विदेशी मुद्रा को रुपये में बदल किया निवेश
हल्द्वानी – उत्तराखंड के हल्द्वानी के रहने वाले बनमीत सिंह नरुला का करीब सात साल पहले ड्रग्स तस्करी में नाम आया था। मिली जानकारी के मुताबिक नरुला अमेरिका में प्रतिबंधित दवाओं का अवैध रूप से कारोबार करता था। बताते चले इंटरनेशनल ड्रग माफिया बनमीत नरुला के भाई परमेंद्र सिंह नरुला को ईडी ने 20 घंटे की कार्रवाई के बाद गिरफ्तार कर लिया है। जिसके बाद आरोपी को देहरादून स्थित स्पेशल ईडी कोर्ट में पेश किया गया। वहीं आरोपी की 14 दिन कस्टडी रिमांड मांगी गई, लेकिन कोर्ट ने सात दिन की मंजूर की है। अब ईडी सात दिनों तक आरोपी परमेंद्र सिंह नरुला से पूछताछ करेगी। आपको बता दें। परमेंद्र सिंह पर आरोप है कि उसने अपने भाई के पैसों को काले से सफेद करने में मदद की थी। उसके दुबई, अमेरिका और अन्य कई देशों में बैंक खाते थे। यहाँ आपको बताते चले कि वर्ष 2019 में बनमीत को लंदन से गिरफ्तार किया गया। इसके बाद मार्च 2023 को उसे अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया। अमेरिका में कोर्ट कार्यवाही के बीच उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया था।
ऐसे में अमेरिकी कोर्ट ने उसे पांच साल कैद और 150 मिलियन डॉलर जब्त करने की सजा सुनाई थी। यह रकम उसने करीब 10 सालों में अपने अवैध कारोबार से कमाई थी। इस बीच भारतीय जांच एजेंसियों ने भी बनमीत की जांच जारी रखी। पता चला कि वह अपने इस गोरखधंधे का पैसा अपने भाई परमेंद्र सिंह नरुला के खाते में जमा करता था।
इस बिंदु पर जांच करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को नरुला परिवार के घर हल्द्वानी में छापा मारा था। इस छापे में नरुला परिवार के घर की तलाशी ली गई। वहां पर अलमारियों और अन्य जगहों से महत्वपूर्ण दस्तावेज भी हासिल किए गए। करीब 20 घंटे चली छापे की इस कार्रवाई के बाद ईडी ने बनमीत के भाई परमेंद्र सिंह नरुला को गिरफ्तार कर लिया।
विदेशी मुद्रा को रुपये में बदल किया निवेश
ईडी से मिली जानकारी के अनुसार परमेंद्र के दुबई, सिंगापुर, अमेरिका आदि देशों में कई बैंक खाते थे। इन खातों में बनमीत नरुला डॉलर और अन्य विदेशी मुद्रा में धन जमा करता था। इसके बाद वह दुबई में रहकर इस धन को वहां की मुद्रा में और फिर उसे भारतीय मुद्रा में बदलकर विभिन्न जगहों पर निवेश करता था। इस तरह से उसने बनमीत के अवैध कारोबार से कमाए गए धन की लॉन्ड्रिंग कर उसे सफेद बनाने करने का काम किया। बताया जा रहा है कि सात दिन की पूछताछ के बाद ईडी इस मामले में संपत्तियों को अटैच करने की कार्रवाई करेगी।