HALDWANI:- भाजपा सरकार क्यो दो साल से है मौन, अंकिता भंडारी हत्याकांड का मुख्य दोषी VVIP है कौन : सुमित हृदयेश
हल्द्वानी :- अंकिताभंडारी की दूसरी बरसी पर न्याय की मांग को लेकर कांग्रेस ने किया मौन उपवास। मौन उपवास के बाद जनप्रिय नेता विपक्ष राहुल गांधी को लेकर भाजपा नेताओं द्वारा गई अनर्गल बयानबाजी और उन्हें जान से मारने की धमकी से आक्रोशित कांग्रेसियो ने विधायक सुमित हृदयेश के नेतृत्व में फूंका भाजपा का पुतला।
विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि उत्तराखंड की बेटी अंकिता भंडारी को गुजरे हुवे दो साल हो गये है और भाजपा सरकार VVIP का नाम सार्वजनिक करने के मामले में मौन है, CBI जाँच की मांग पर भी मौन है। इस मौन भाजपा सरकार को जगाने और बहन अंकिता को न्याय दिलाने के दृढ़ संकल्प संग हम सब कांग्रेसी मौन उपवास कर उत्तराखंड की बेटी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते है।
नेता विपक्ष राहुल गांधी पर भाजपा नेताओं द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी पर विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि यह भाजपा का असली चरित्र है। यह सिर्फ एक नेता पर हमला नहीं, बल्कि लोकतंत्र की आवाज़ को दबाने की एक कोशिश है, जिसे हम कभी सफल नहीं होने देंगे। हम कांग्रेसजन भाजपा की तानाशाही, अन्याय और गुंडागर्दी का पुरजोर विरोध करेंगे। कांग्रेस का हर सिपाही सत्य और न्याय की राह पर डटा रहेगा, चाहे कितनी भी मुश्किलें क्यों न आएं।
महानगर अध्यक्ष एडवोकेट गोविंद सिंह बिष्ट ने कहा कि विगत दो वर्षों से हम सब उत्तराखंड वासी अंकिता भंडारी के न्याय की लड़ाई लड़ रहे है। मौन उपवास का आयोजन न केवल अंकिता के लिए न्याय की मांग को दोहराने का एक शांतिपूर्ण माध्यम है, बल्कि यह सरकार और प्रशासन को भी जगाने का प्रयास है, जो अब तक इस मामले में ठोस कार्रवाई करने में असफल रहे हैं। अब वक्त आ गया है कि VVIP का नाम सार्वजनिक हो और पीड़िता के परिवार को न्याय मिले।जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल ने कहा कि दो साल तक अंकिता भंडारी को न्याय ना मिलने से राज्य की कानून व्यवस्था और सरकार की संवेदनशीलता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मामले की सीबीआई जाँच ना होने से जनता में गहरा आक्रोश है। मौन उपवास के माध्यम से हम सरकार से मांग करते हैं कि अंकिता भंडारी के मामले में शीघ्र और निष्पक्ष कार्रवाई की जाए, ताकि पीड़िता के परिवार को न्याय मिल सके और प्रदेश की जनता में कानून व्यवस्था पर विश्वास बहाल हो।