रुद्रपुर में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए महापौर का बड़ा कदम


जलभराव से निपटने के लिए मेयर ने संयुक्त टीम के साथ किया सर्वे
– जल निकासी के होंगे पुख्ता इंतजाम, सर्वे के दौरान मौके पर लिये कई फैसले
रुद्रपुर – मानसून से पहले रुद्रपुर शहर को जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के उद्देश्य से महापौर विकास शर्मा ने गुरुवार को सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग, एनएचएआई ,नगर निगम और गल्फार कंपनी के अधिकारियों की संयुक्त टीम के साथ शहर के विभिन्न जलभराव वाले क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से बरसात से पूर्व जल निकासी की व्यवस्था को पूरी तरह से दुरुस्त करने के लिए कहा। ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। निरीक्षण के दौरान एनएचएआई ने जल निकासी के लिए कई काम कराने पर सहमति जताई।
इससे पहले महापौर ने बीते दिनों नगर निगम कार्यालय में सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग, जल निगम, उत्तर प्रदेश सिचाई विभाग और विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। बैठक में बरसात के दौरान जलभराव और जर्जर और झूलते विद्युत तारों का मुद्दा प्रमुखता से उठा था। बैठक के दौरान सामने आए बिंदुओं की वास्तविक स्थिति जानने के लिए महापौर ने स्वयं स्थलीय निरीक्षण करने की बात कही थी। इसी के तहत बुधवार को उन्होंने विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ शहर में विद्युत आपूर्ति की स्थिति का जायजा लिया था। गुरुवार को उन्होंने संयुक्त टीम के साथ जलभराव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण कर जलभराव के कारणों को जानने की कोशिश की साथ ही समस्या से निपटने के लिए तैयारियों को लेकर भी अधिकारियों के साथ विचार विमर्श किया।
निरीक्षण की शुरुआत रोडवेज स्टेशन के पास डीडी चौक से की गई, जहां जरा-सी बारिश में ही जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इस पर नाराजगी जताते हुए महापौर ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से इस समस्या का समाधान करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि यह स्थान शहर का प्रमुख चौराहा है, जहां जलभराव की स्थिति न केवल शहर की छवि को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि स्थानीय लोगों को भी भारी असुविधा झेलनी पड़ती है। सर्वे के दौरान तय किया गया कि रोडवेज के पास जलभराव की समस्या से निपटने के लिए एनएच अलग से नाले की खुदाई करके जल निकासी दुरूस्त करेगा।
इसके पश्चात संयुक्त टीम ने कल्याणी नदी, इंडस्ट्रीयल एरिया, किच्छा रोड हाईवे पर मेडिसिटी हॉस्पिटल के पास जल निकासी की स्थिति का जायजा लिया गया। अधिकारियों ने महापोर को बताया कि यहां पर निकासी एक नहर के माध्यम से होती है, जो उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के अधीन है। अधिक बारिश के समय नहर के निकासी गेट समय पर नहीं खुलने के कारण जलभराव की स्थिति बन जाती है। इस पर महापौर ने उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग से समन्वय स्थापित कर समयबद्ध तरीके से गेट खोलने और व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने हाईवे से जल निकासी की व्यवस्था भी दुरुस्त करने को कहा।
इसके अलावा महापौर ने बगवाड़ा मंडी, रामनगर, रेशम बाड़ी,भदईपुरा, इंदिरा चौक, फुलसुंगा, तीन पानी डाम सहित अन्य जलभराव प्रभावित क्षेत्रों का भी मौके पर जाकर निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों से इन स्थानों पर भी जलभराव के कारणों समाधान करने को कहा। उन्होंने कहा कि मानसून से पूर्व सभी तैयारियों को पूर्ण कर लिया जाए। सर्वे के दौरान जलभराव से निपटने के लिए हाईवे पर होटल ली कैशल के बगल में निकासी हेतु कलवट डालने, बगवाड़ा नहर से निकासी हेतु कलवट डालने और इंडस्ट्रीयल एरिया में ठण्डी सड़क पर निकासी हेतु पुलिया का निर्माण करने का निर्णय लिया। एनएचएआई के अधिकारी विकास मित्तल ने इन कार्यों को शीघ्र कराने का आश्वासन दिया।
निरीक्षण के दौरान महापौर ने स्थानीय लोगों से भी संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि नगर निगम इस बार पूरी तैयारी के साथ बरसात का सामना करेगा ताकि पहले जैसे हालात उत्पन्न न हों। उन्होंने बताया कि नगर निगम द्वारा बीते एक माह से नाले-नालियों की तलीझाड़ और सफाई का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है। कल्याणी नदी, बेगुल नदी और अन्य नहरों-नालों की सफाई और निकासी को भी बेहतर बनाया गया है। इससे लोगों को राहत मिलेगी। महापौर ने कहा कि नदी नहर और नालों की निकासी को दुरूस्त बनाने में जहां भी अतिक्रमण बाधक बन रहा है वहां पर अतिक्रमण सख्ती से हटाया जायेगा।
इसके साथ ही महापौर ने लोगों से कहा कि नगर निगम एक वृहद कार्ययोजना पर काम कर रहा है, जिसके तहत शहर के ड्रेनेज सिस्टम को आधुनिक और प्रभावी बनाया जाएगा। यह योजना शीघ्र ही सरकार की मंजूरी के बाद लागू की जाएगी, जिससे रुद्रपुर को जलभराव मुक्त बनाने में मदद मिलेगी।निरीक्षण के दौरान महापौर ने शहरवासियों से अपील की कि वे नालियों में कूड़ा-कचरा न डालें और नगर निगम के प्रयासों में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि यह शहर हम सभी का है, और इसे स्वच्छ व व्यवस्थित बनाए रखने की जिम्मेदारी भी हम सभी की है।
निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त नरेश दुर्गापाल, अपर सहायक अभियंता पंचदेव, अधिशासी अभियंता भरत सिंह डांगी, सहायक अभियंता विजय पाल सिंह,नगर निगम के सहायक अभियंता हरीश बसेड़ा, एनएचएआई के विकास मित्ल ऋषभ वाही, राकेश सिंह, महेन्द्री शर्मा, रोहित मित्तल, चिराग अग्रवाल, लखविंद्र सिंह, यशपाल शर्मा,राजन राठौर, राजेश कामरा आदि सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
जल निकासी के लिए उठाये जायेंगे ये नये कदम
– रोडवेज के पास डीडी चौक पर होने वाले जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए मैनुअल नाले की खुदाई की जायेगी जिसकी निकासी कल्याणी नदी में होगी।
– एनएच 74 पर होटल लीकैशल के बगल में निकासी हेतु कलवट डाला जायेगा।
– बगवाड़ा नहर की निकासी दुरूस्त करने के लिए यहां भी कलवट डाला जायेगा।
– इण्डस्ट्रीयल एरिया में होने वाले जलभराव के समाधान के लिए ठण्डी सड़क पर लंबे समय से टूटी पड़ी पुलिया का निर्माण कर निकासी दुरूस्त की जायेगी।
– नदी नाले और नहरों के प्रवाह में बाधक बन रहा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जायेगी।