Rudrapur:-निकाय चुनावों में कांग्रेस की शर्मनाक हार के बाद मीडिया के सामने आए महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा, इन लोगों पर थोपी हार की जिम्मेदारी


रुद्रपुर – उत्तराखंड निकाय चुनावों में कांग्रेस का बचा खुचा अस्तित्व भी पूरी तरह खत्म हो गया है खास कर जिला मुख्यालय रुद्रपुर में कांग्रेस की शर्मनाक हार के बाद कांग्रेस पूरी तरह मलियमेट हो गई है और कांग्रेस की हार को लेकर आज कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा ने अपने कार्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित किया इस दौरान उन्होंने कांग्रेस की करारी शिकस्त के लिए जिन पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है वो गले नहीं उतर रहा है,दर असल सीपी शर्मा ने कांग्रेस की हार के लिए संगठन से बगावत कर चुनाव लडने वाले पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हार का सेहरा बंधने का भरसक प्रयास किया है और उन्होंने इन बाग़ी लोगों की एक सूची उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा को भेजने की बात कही शर्मा अपने लिखे जोखे के साथ पत्रकारों के सामने हाजिर हुए और उन्होंने कांग्रेस की हार के लिए बहुत से लोगों के नाम को भी गिनाया जिसमें फरमान सिद्दीकी, वजीर,काली चरण, कांग्रेस कमेटी के जिला प्रवक्ता साजिद खान, इरशाद अहमद सहित अन्य लोगों के नाम जिक्र किया लेकिन अध्यक्ष जी यहां कुछ बातों को बचते नजर आए बड़ी बाते जो कांग्रेस की हार की वजह बनी उन बातों को लेकर सीपी शर्मा ने कुछ भी कहना उचित नहीं समझा शर्मा ने इस बात को पूरी तरह छुपाने का प्रयास किया कि टिकट बंटवारे के दौरान भाईचारा एकता मंच के अध्यक्ष और नव नियुक्त कांग्रेस नेता केपी गंगवार जिस महिला से फोन पर बातचीत कर रहे और उस महिला को भाजपा के पक्ष में मतदान करने की सलाह दे रहे वो भी मेयर की कुर्सी के लिए उसका कोई तस्करा क्यों नहीं किया गया, पार्षदों को टिकट देने के नाम वसूले रुपए का तस्करा क्यों नहीं किया गया, मेयर उम्मीदवार मोहन लाल खेड़ा के द्वारा दागे गए सवालों को लेकर क्यों कुछ नहीं कहा गया, कांग्रेस के जिम्मेदार लोगों को टिकट देने के दौरान अनदेखा क्यों किया, क्या केपी गंगवार को सीपी शर्मा ने वसूली के इशारे किए थे, खेड़ा के चुनावी प्रचार प्रसार में सिर्फ पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और किच्छा विधायक तिलक राज बेहड ही अकेले दम पर सड़कें नापते रहे उस दौरान जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा और महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा किसी तीर्थ स्थल पर गये हुए थे बहुत से ऐसे सवाल आज भी अपना मुंह खोल खड़े हुए और दोनों अध्यक्षों को इन सवालों का जवाब देने होगा विरोधियों को संगठन से बाहर करने की बात कहने वाले महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा अपनी दहलीज पर खड़े सवालों का जवाब देने से क्यों भाग रहे हैं क्या इन सवालों का जवाब उनके पास नहीं है अगर ऐसा है तो सबसे पहले उन्हें पद से इस्तीफा देना चाहिए और खुद को साबित करने की कोशिश छोड़ देनी चाहिए इन सभी मामलों पर कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को गंभीरता से सोचने की जरूरत है वरना कांग्रेस इसी तरह बार बार साजिशों का शिकार होती रहेगी और कोई कुछ नहीं कर पाएगा।