Uttrakhand: 100 रूपये से रिचार्ज होगा स्मार्ट बिजली मीटर, इन दो दिनों में नहीं कटेगा कनेक्शन
News desk:- प्रदेश में 16 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगने हैं। स्मार्ट मीटर एक तरह के प्रीपेड मीटर की तरह काम करेंगे जो बिजली रिचार्ज खत्म होने पर एसएमएस भेजकर जानकारी देगा। प्रदेश में इस महीने से स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम शुरू होगा। इसके लिए (upcl prepaid meter recharge) यूपीसीएल और मीटर लगाने वाली कंपनी ने तैयारी तेज कर दी है। स्मार्ट प्रीपेड मीटर से अब उपभोक्ता सिर्फ 100 रुपये का रिचार्ज करके भी बिजली का इस्तेमाल कर सकेंगे। यूपीसीएल का दावा है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं के लिए बेहद सुविधाजनक होंगे। राज्य में करीब 16 लाख उपभोक्ताओं के घरों में जल्द ही इन मीटरों को लगाने का काम शुरू होने वाला है। यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार के अनुसार, प्रीपेड मीटर की प्रक्रिया को उपभोक्ता के अनुकूल बनाया गया है। अभी तक उपभोक्ताओं को एक निश्चित राशि का बिल जमा करना पड़ता था, लेकिन अब यह प्रक्रिया सरल हो गई है।
प्रीपेड मीटर में उपभोक्ता सिर्फ 100 रुपये का रिचार्ज
प्रीपेड मीटर (upcl prepaid meter recharge) में उपभोक्ता सिर्फ 100 रुपये का रिचार्ज करके भी बिजली का उपयोग कर सकेंगे। खास बात यह है कि अगर रिचार्ज खत्म हो जाता है, तो शनिवार और रविवार को बिजली कनेक्शन नहीं कटेगा। उपभोक्ताओं को दो दिन का बोनस समय दिया जाएगा। लेकिन जैसे ही यह बोनस अवधि खत्म होगी और निर्धारित समय के भीतर रिचार्ज नहीं किया गया, तो कनेक्शन स्वतः बंद हो जाएगा।
15 मिनट के भीतर बिजली आपूर्ति स्वतः ही बहाल
रिचार्ज करने के 15 मिनट के भीतर बिजली आपूर्ति स्वतः ही बहाल हो जाएगी, और इसके लिए बिजली विभाग के किसी कर्मचारी को कनेक्शन काटने या जोड़ने के लिए बुलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसके अलावा, अगर कोई उपभोक्ता दो महीने के लिए घर से बाहर है और बिजली का उपयोग नहीं कर रहा है, तो पहले उसे एक निश्चित राशि का बिल जमा करना पड़ता था, लेकिन स्मार्ट प्रीपेड मीटर से यह समस्या भी हल हो जाएगी। अब उपभोक्ता जितनी बिजली इस्तेमाल करेंगे, उतना ही भुगतान करना होगा। प्रीपेड मीटर (upcl prepaid meter recharge) लगाने के बाद उपभोक्ताओं को बार-बार रिचार्ज कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जितनी बिजली का उपयोग होगा, उतना ही पैसा कटेगा। इसके अलावा, उपभोक्ता अपने मोबाइल एप के जरिए रोजाना, हर घंटे या हर 15 मिनट में होने वाले बिजली खर्च की जानकारी भी आसानी से देख सकेंगे। इससे उपभोक्ताओं को अपने बिजली उपयोग पर अधिक नियंत्रण और पारदर्शिता मिलेगी।