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डीएम वंदना सिंह ने ग्राम विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं की विगत वर्ष की कमिक प्रगति और 2024-25 लक्ष्य प्रगति रिपोर्ट के सम्बन्ध में की समीक्षा बैठक

भीमताल – जिलाधिकारी वंदना सिंह ने मंगलवार को विकास भवन सभागार में ग्राम विकास विभाग की विभिन्न योजनाओं की विगत वर्ष की कमिक प्रगति और 2024-25 लक्ष्य प्रगति रिपोर्ट के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की।

डीएम ने बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं को विकसित करने की बात कही जिससे गाँव के लोगों को छोटी छोटी सुविधाओं के लिए अनावश्यक गाँव से बाहर न जाना पड़े। कहा कि योजनाओं का उद्देश्य है कि गाँव में बेहतर सुविधा विकसित को जिसी ग्रामीणों की आजीविका भी मज़बूत होगी। इसके लिए ग्रामीणों को उद्योग, रीप और अन्य योजनाओं से बेहतर प्रशिक्षण दिया जाये।साथ ही सिंचाई के लिए गाँव में अधिक से अधिक सोलर पंपिंग योजना भी विकसित की जाए। डीएम ने कहा ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने से कार्यक्रम भी सफल होंगे।

बैठक में उन्होंने मनरेगा, एस एच जी , सी एल एफ के कार्यों बैंको की प्रोसेस अन्य दस्तावेज और सत्यापन आदि की जानकारी प्राप्त की। जानकारी देते हुए एपीडी चंद्रा फरत्याल ने बताया कि वर्तमान बैंक सखी 72, डीजीपे सखी 64, ड्रोन दीदी 1, पशु सखी 18, ई बुक कीपर 435 हैं। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि एसएचजी को ऊनी वस्त्र, पहाड़ी उत्पाद आदि के कार्यों के माध्यम से आजीविका में बढ़ोतरी और पहाड़ी उत्पादन को भी बढ़ावा मिल सकता है। जिसके लिए रीप, एन आर एल एम को महिला समूहों को जागरूक करने के लिए समय समय पर शिविर, प्रशिक्षण और जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता है।

डीएम ने बैठक में एपीड़ी को ग्रामीण महिलाओं के उत्पादों के विपणन के लिए नैनीताल नगर में बेहतर आउट लेट बनाने के निर्देश दिए। जिससे अन्य राज्य से पहुंच रहे पर्यटक उत्तराखंड की कला संस्कृति से जुड़ सके। उन्होंने कहा महिला समूहों “समूह में शक्ति की तर्ज” में आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। जिससे महिला या समूह को प्रोत्साहन भी मिल सके।

जिलाधिकारी ने मधुमक्खी डेमो, हनी आउटलेट, सेल्फी पॉइंट और कैफे के लिए एसडीएम प्रमोद कुमार को जगह चिन्हित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समाज में महिला समूह हर क्षेत्र में बेहतर कार्य कर रहें हैं। साथ ही उन्होंने फायर सीजन से पहले पिरुल एकत्रीकरण के सम्बन्ध में महिला समूहों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए।तेजपात, हर्बल क्लस्टर, हैचरी यूनिट, प्लास्टिक वेस्ट ग्रीन अर्थ पार्क, लखपति दीदी आदि योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।

डीडीओ गोपाल गिरी गोस्वामी ने बताया मनरेगा के तहत वर्ष 2022-23 में जिले में कुल 91 अमृत सरोवर, जिसमें ग्राम्य विकास द्वारा 64, क़ृषि विभाग ने 3, वन विभाग ने 23 और सिचाई विभाग ने 1 अमृत सरोवर का निर्माण कराया है। जिलाधिकारी ने मनरेगा के तहत जरुरत मंदो को प्राथमिकता के साथ कार्य देने की बात कही।

इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी अशोक कुमार पाण्डेय, एपीडी चन्दा फ़र्त्याल,एसडीएम प्रमोद कुमार आदि मौजूद रहे।

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