काशीपुर में नशे की बड़ी खेप जब्त, ट्रांसपोर्ट गोदाम से 44 हजार प्रतिबंधित इंजेक्शन बरामद


कुमाऊं में नशे के नेटवर्क पर बड़ा प्रहार, 1.32 करोड़ के नशीले इंजेक्शन जब्त
काशीपुर – कुमाऊं क्षेत्र में नशे की अवैध आपूर्ति से जुड़ी एक बड़ी साजिश को पुलिस और स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने समय रहते नाकाम कर दिया। संयुक्त कार्रवाई के दौरान काशीपुर के दढ़ियाल रोड स्थित एक ट्रांसपोर्ट कंपनी के गोदाम से भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीले इंजेक्शन बरामद किए गए हैं। जब्त किए गए इंजेक्शनों की अनुमानित बाजार कीमत करीब 1 करोड़ 32 लाख रुपये बताई जा रही है।
मंगलवार को मामले का खुलासा करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा और पुलिस अधीक्षक स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि यह कार्रवाई सोमवार देर शाम की गई। पुलिस टीम एनडीपीएस एक्ट के एक वांछित आरोपी रिपुल चौहान (निवासी नजीबाबाद) की तलाश में क्षेत्र में गश्त कर रही थी। इसी दौरान सूचना मिली कि आरोपी द्वारा मंगवाया गया संदिग्ध माल काशीपुर के सेफ एक्सप्रेस ट्रांसपोर्ट गोदाम में रखा गया है।
सूचना के आधार पर पुलिस और एसओजी टीम ने गोदाम की जांच की। पूछताछ में ट्रांसपोर्ट कंपनी के ब्रांच हेड पवन कुमार ने बताया कि जालंधर से वत्सल मेडिकल स्टोर के नाम पर दो शिपमेंट काशीपुर भेजी गई थीं। तलाशी के दौरान गोदाम से कुल 18 पेटियां बरामद की गईं।
मौके पर वरिष्ठ औषधि निरीक्षक नीरज कुमार और औषधि निरीक्षक निधि शर्मा की मौजूदगी में पेटियों को खोला गया, जिनमें बड़ी मात्रा में नियंत्रित श्रेणी के नशीले इंजेक्शन पाए गए।
जांच में सामने आया कि—
16 पेटियों में बुप्रेनोर्फिन इंजेक्शन के 1,598 डिब्बों में 39,950 इंजेक्शन
2 पेटियों में रेक्सोजेसिक (बुप्रेनोर्फिन) के 160 डिब्बों में 4,000 इंजेक्शन मौजूद थे।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि इन इंजेक्शनों को नशे के लिए अवैध रूप से खपाने की तैयारी थी। बताया जा रहा है कि रिपुल चौहान का साथी दीपक ठाकुर 19 नवंबर को पकड़ा गया था, जिसके बाद मुख्य आरोपी फरार हो गया।
ट्रांसपोर्ट कंपनी की ओर से बताया गया कि शिपमेंट से जुड़े दस्तावेजों पर दर्ज मोबाइल नंबर बंद आ रहे थे। बाद में जालंधर स्थित बुकिंग ब्रांच से मिले एक नंबर पर संपर्क करने पर एक महिला ने बताया कि संबंधित मेडिकल स्टोर बंद हो चुका है और माल वापस भेजने को कहा गया था। वाहन की उपलब्धता न होने के कारण शिपमेंट गोदाम में ही रखी रह गई।
फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है, लेकिन पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक जल्द ही पूरे नेटवर्क का खुलासा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।





