उत्तराखण्डउधम सिंह नगर

Dehradun:-अंतर्राज्यीय हथियार तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़, नाभा जेल ब्रेक से जुड़ा तस्कर पकड़ा

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देहरादून – उत्तराखंड स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक बार फिर अवैध हथियारों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। कुमायूँ यूनिट और थाना रुद्रपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक अंतर्राज्यीय तस्कर को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 04 ऑटोमैटिक पिस्टल, 01 अवैध डबल बैरल बंदूक और 40 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।

एसटीएफ को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि ऊधमसिंह नगर के बाजपुर क्षेत्र से अवैध हथियारों की सप्लाई राज्य और बाहर के राज्यों में की जा रही है। इस पर पुलिस ने करीब एक माह तक गोपनीय रूप से काम किया और गुरुवार देर रात रुद्रपुर में काशीपुर रोड फ्लाईओवर के नीचे से आरोपी को दबोच लिया।

नाभा जेल ब्रेक मामले से रहा है कनेक्शन

गिरफ्तार आरोपी की पहचान मौ. आसिम (32 वर्ष) पुत्र शकील अहमद, निवासी धनसारा, बाजपुर के रूप में हुई है। आरोपी अपने पिता और भाई के साथ “नक्श गन हाउस” नाम से बाजपुर में दुकान चलाता है।

यह वही गन हाउस है जहां वर्ष 2023 में एनआईए द्वारा छापा मारा गया था और हथियार सप्लाई मामले में इसकी भूमिका सामने आई थी।

जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी का संबंध 2016 के चर्चित नाभा जेल ब्रेक कांड से भी रहा है। आसिम ने उस घटना में शामिल गैंगस्टरों व आतंकियों को 100 से अधिक कारतूस सप्लाई किए थे, जिनका उपयोग जेल ब्रेक की वारदात में किया गया था। वह इस मामले में साढ़े छह वर्ष तक पटियाला जेल में बंद रहा।

कैसे हुआ था नाभा जेल ब्रेक कांड? (संक्षेप में)

27 नवंबर 2016 की सुबह करीब 9 बजे पुलिस की वर्दी में आए 15 हथियारबंद अपराधियों ने नाभा की मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल पर हमला कर दो आतंकियों व चार कुख्यात गैंगस्टरों को छुड़ा लिया था। अपराधी अंधाधुंध फायरिंग करते हुए छह कैदियों को लेकर फरार हो गए थे।

बरामद सामान

04 ऑटोमैटिक पिस्टल (32 बोर)

01 डबल बैरल बंदूक (12 बोर, इंडियन ऑर्डिनेंस)

30 कारतूस (12 बोर)

10 कारतूस (32 बोर)

01 मोटरसाइकिल

एसटीएफ की लगातार बड़ी कार्रवाई

उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर एसटीएफ द्वारा लगातार अभियान चलाया जा रहा है। अब तक कुमायूँ यूनिट कुल 04 बड़ी कार्यवाही में 16 अवैध पिस्टल, 01 बंदूक और 40 कारतूस के साथ 04 तस्करों को गिरफ्तार कर चुकी है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ श्री नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि आरोपित पिछले 10 वर्षों से बड़े पैमाने पर हथियारों की तस्करी कर रहा था। उसकी गतिविधियों और नेटवर्क की गहराई से जांच की जा रही है।

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