दिल्लीदुर्घटना

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर महाकुंभ जा रहें श्रद्धालुओं की भगदड़ में 18 लोगों की मौत,सिस्टम की खुली पोल, मृतकों में बच्चे महिलाएं भी शामिल

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नयी दिल्ली – शनिवार का दिन फिर एक काल बन गया और इसी दिन 18 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी जबकि 20 से ज्यादा लोगों गंभीर रूप से घायल हो गए,नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बीते शनिवार की देर रात दिल दहला देने वाला दर्दनाक हादसा घटित हो गया इस हादसे में करीब 18 लोगों ने अपनी जान गंवा दी जबकि 20 से ज्यादा लोगों गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ में जाने के लिए श्रद्धालुओं को नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़नी थी महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ रेलवे स्टेशन पर उमड़ पड़ी भारी भीड़ के चलते यह हादसा हो गया शनिवार की रात दिल्ली रेलवे स्टेशन श्रद्धालुओं से खचाखच भरा हुआ था शनि रवि का अवकाश होने की वजह से महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हजारों में थी और भीड़ स्टेशन तक पहुंचने के लिए भाग दौड़ रही थी भीड़ इतनी बेकाबू हो गई कि रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई और भीड़ को काबू नहीं किया जा सकता था यहां तक कि स्टेशन पर लगे रेलवे अफसरों भी भीड़ को काबू करने में नाकाम साबित हो गये भीड़ एक दूसरे को रौंदते हुए आगे बढ़ने लगी,इस भगदड़ में 18 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई जबकि बीस से अधिक लोगों गंभीर रूप से घायल हो गए हैं जिन्हें दिल्ली के लोकनायक अस्पताल के इमरजेंसी विभाग की चीफ डॉ ऋतु सक्सेना ने 15 लोगों की मौत की पुष्टि कर दी, दो लोगों की मौत लेडी हार्डिंग अस्पताल में हो गई, रेलवे प्रशासन ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए हैं जबकि एक मौत देर रात हो गई,नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एन डी आर एफ की टीमों को राहत और बचाव कार्य में लगाया है केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी कुमार वैष्णव ने इस दर्दनाक हादसे पर गहरा दुख जताते हुए कहा पूरी टीम पीड़ितो की मदद मे जुटी हुई है, वहीं दमकल विभाग के उप निदेशक अतुल गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया कि शनिवार की रात करीब 9.55 बजे रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 14-15 पर श्रद्धालुओं की भगदड़ की जानकारी मिली थी चार ट्रेन सहित स्टाफ को मौके पर राहत कार्यों के भेजा गया था, भीड़ को काबू नहीं किया जा सका और प्लेटफॉर्म पर भगदड़ मच गई ट्रेन से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ जा रहें एक श्रद्धालु ने जानकारी देते हुए बताया कि प्लेटफॉर्म नंबर 12 पर शिवगंगा एक्सप्रेस रवाना हो रही थी गाड़ी के रवाना होते ही भीड़ 14-15 प्लेटफॉर्म पर पहुंचने का प्रयास करने लगी अधिकांश गाडियां प्रयागराज महाकुंभ में इसी प्लेटफॉर्म से रवाना हो रही है और प्लेटफॉर्म भीड़ सभाल नहीं पाया और वहां भगदड़ मच गई जिसकी वजह से यह दर्दनाक हादसा हुआ है, वहीं एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि ओवरब्रिज और सीढ़ियों पर भीड़ अधिक होने की वजह से भीड़ एस्कलेटर और स्टेशन के दरवाजों की ओर दौड़ पड़ी इससे ओवरब्रिज और सीढ़ियों पर भीड़ इतनी जबरदस्त हो गई जबकि रेलवे प्रशासन का कथन है कि प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर श्रद्धालुओं ने जब प्रयागराज एक्सप्रेस को खड़ा देखा तो भीड़ उस गाड़ी तक पहुंचने का प्रयास करने लगी और भीड़ वहां तक पहुंचने के लिए दौड़ने लगी भीड़ इतनी जबरदस्त थी कि उसे काबू करना मुश्किल हो गया स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस भी देरी से चल रही थी उसके यात्री भी प्लेटफार्म नंबर 12-13-14 खड़े हुए थे लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई थी, भीड़ में मौजूद बिहार के रहने वाले राजकुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि वो अपनी पत्नी बेटे बेटी के साथ नवादा जिले अपने घर जा रहा था बताया कि उसकी पत्नी श्रीमती शांति मांझी और बेटी कु पूजा की इस भगदड़ में मौत हो गई जबकि उसका बेटा अभी भी लापता हैं बिहार के पटना शहर के रहने वाले पप्पू यादव ने बताया कि इस भगदड़ में उनकी मां की मौत हो गई है, दो ट्रेनों में देरी होने के बाद विशेष गाड़ी चलाने की घोषणा कर दी गई रेलवे पुलिस बल के उप आयुक्त केपीएस मल्होत्रा ने जानकारी दी कि सिर्फ 15-20 मिनट के अंदर रेलवे स्टेशन पर भीड़ इस क़दर बढ़ गई कि प्रयागराज जाने वाली दो गाड़ियों पूर्व से विलम्ब से चल रही थी इसी दौरान प्रयागराज महाकुंभ जाने के लिए एक विशेष गाड़ी की घोषणा कर दी गई इसी गाड़ी में श्रद्धालुओं ने यात्रा करने के लिए प्लेटफार्म नंबर 14 से 16 की तरफ रुख अख्तियार किया लोगों ने गांडी पकड़ने के लिए भागना शुरू कर दिया इसी कारण भगदड़ मच गई और यह दुखद हादसा हो गया उन्होंने बताया कि की स्थिति इतनी जबरदस्त बिगड़ गई कि उसे काबू करना मुश्किल हो गया,अब तक आईं रिपोर्ट में बताया गया है कि प्लेटफॉर्म बदलने के चलते यह हादसा हुआ है, भीड़ इतनी जबरदस्त थी कि की रेल प्रशासन हर 10-15 गैप में करीब 1500 टिकट बेच रहा था और रेल नेटवर्क की उम्मीद से कहीं अधिक भीड़ रेलवे स्टेशन पर पहुंच गई।

हादसे के बाद अफसरों की लापरवाही सामने आई अफवाह करार देते रहे

दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीड़ की वजह से हुए इस दर्दनाक हादसे में श्रद्धालुओं की दब जाने से दर्दनाक मौत हो चुकी है लेकिन इस हादसे की सूचना मिलने के बाद भी रेलवे अफसर अपने आराम मे खलल नहीं डालना चाहते थे और उन्होंने इस दर्दनाक हादसे को अफवाह करार देते हुए घर से बाहर निकलना भी जरूरी नहीं समझा रेलवे के जन संपर्क अधिकारी हिमांशु ने जानकारी दी कि बड़े अफसर भगदड़ से इन्कार करते रहे और इस अफवाह करार दिया उन्होंने कहा कि किसी तरह की कोई भगदड़ नहीं हुई है सिर्फ लोग अफवाह उड़ा रहे हैं उन्होंने बताया कि भीड़ इतनी जबरदस्त थी कि लोग एक दूसरे को धक्का देने लगें जिसकी वजह से बहुत से श्रद्धालुओं को गंभीर चोटे आई है और और कुछ लोग नीचे गिर गये और भीड़ ने उन्हें कुचल दिया जिसकी वजह से लोगों की मौत हो गई हादसे के कुछ देर बाद दिल्ली के गर्वनर वीके सक्सेना ने हादसे में मौतों की पुष्टि करते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना जताते हुए मृतकों की आत्मा की शांति की प्रार्थना की।

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